सौर ऊर्जा से रोशन होंगे सरकारी कॉलेज, फ्री में लगेंगे पैनल, कम दर पर मिलेगी बिजली

– दोनों सरकारी कॉलेजों में फ्री में लगेंगे सोलर पैनल, बिजली बिल में 4 लाख रुपए की बचत भी होगी।

– रेस्को मोड के तहत लगाए जा रहे पैनल, साढ़े सात की जगह 4.5 रुपए प्रतियूनिट के हिसाब से मिलेगी बिजली।

– कम्पनी से अनुबंध कर 25 साल के लिए लगाए जा रहे है पैनल, इसके बाद इन पर कॉलेजों का होगा अधिकार।

हरदा। नवदुनिया प्रतिनिधि

जिले के दोनों सरकारी कॉलेज जल्द ही सौर ऊर्जा से रोशन होंगे। इनमें रेस्को मोड के तहत फ्री में सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इससे कॉलेजों को हर महीने बिजली बिलों में काफी बचत होगी। केन्द्र सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय व प्रदेश सरकार के एनर्जी डिपार्टमेंट की मदद से यह सौलर पैनल लगाए जा रहे हैं। हरदा के स्वामी विवेकानंद शासकीय पीजी कॉलेज व टिमरनी शासकीय कॉलेज का सोलर पैनल लगाने के लिए कम्पनी से 25 सालों का अनुबंध भी हो गया है। कॉलेजों को अभी 7 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से एमपीईबी डिपार्टमेंट से बिजली खरीदना पड़ती है। सोलर पैनल लगने के बाद सरकारी कॉलेजों को करीब 4 से 5 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिलेगी। इससे हर साल करीब 15 से 20 हजार रुपए की बचत होगी और सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कम करने की दिशा में भी प्रयास शुरू होंगे। 25 सालों में प्रत्येक कॉलेज सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर करीब 4 लाख रुपए व प्राकृतिक संसाधनों की बचत कर सकेगा।

पीजी कॉलेज में 15 किलोवॉट का लगेगा पैनल

शहर के स्वामी विवेकानंद शासकीय पीजी कॉलेज में 15 किलोवॉट का पैनल लगाए जाएगा। इसके लिए कॉलेज में पैनल लगाने जगह का चयन और कम्पनी से 25 साल का अनुबंध भी हो चुका है। एग्रीमेंट केमुताबिक कम्पनी कॉलेज में फ्री में 15 किलोवॉट का पैनल लगाएगी। इसके बदले में कॉलेज को 4.5 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से 2043 तक बिजली बिल का भुगतान रिन्यूवल एनर्जी सप्लाई कम्पनी (रेस्को) को करना होगा। 2043 के बाद पैनल पर अधिकार कॉलेज प्रबंधन का होगा और किसी भी प्रकार का भुगतान कम्पनी को नहीं करना होगा। इसके साथ ही जो अतिरिक्त उत्पादन होगा। जिसका इस्तेमाल कॉलेज नहीं करेगा। कम्पनी उसे एमपीईबी को बेच सकेगी।

टिमरनी कॉलेज में 10 किलोवॉट का पैनल लगाया जाएगा। हर जगह बिजली की खपत के हिसाब से अलग-अलग क्षमता के पैनल लगाए जा रहे है। जो बड़े कॉलेज है। उनमें 15 केवी के और जो छोटे कॉलेज हैं उनमें 10 केवी के पैनल लगाए जाने है। पैनल की क्षमता के हिसाब से ही प्रति यूनिट बिजली का रेट तय किया जा रहा है। शुरूआत कॉलेज से की जा रही है। इसके बाद जिले के सभी सरकारी कॉलेजों में भी सर्वे कर इनमें सौलर पैनल लगाए जाएंगे। आम आदमी भी अपने घरों की छत पर सोलर पैनल लगवा सकते है। इसके लिए कुछ सब्सिडी भी सरकारी की ओर से प्रदान की जाती है। घर की छत पर एक किलोवॉट का सोलर पैनल लगाने के लिए करीब 100 वर्गफीट की जगह होना जरूरी है।

उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर कॉलेज में 15केवी का सोलर पैनल लगवाने के लिए हमने एग्रीमेंट करा लिया है। जिले में हरदा व टिमरनी दोनों कॉलेजों में यह पैनल लगाए जाएंगे। यह बिल्कुल फ्री लगाए जा रहे हैं। हमें कोई राशि खर्च नहीं करना पड़ रही है। इनके लगने से कॉलेज को बिजली कम दर पर मिलेगी और प्राकृतिक संसाधनों की बचत होगी।

– प्रो. वीके अग्रवाल, सोलर पैनल इंचार्ज, पीजी कॉलेज